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गुरु राहु युति 2023( गुरु चांडाल योग)...

22 अप्रैल 2023 को.. यानी कि अक्षय तृतीया के दिन, मेष राशि में गुरु और राहु की युति हो रही है, जो कि गुरु चांडाल योग का निर्माण करेगा.

ज्योतिष में 2 ग्रहों की 'युति-कंजंक्शन' कुछ योगो का निर्माण करता है, जिसमें से कुछ योग अच्छे होते हैं कुछ कुयोग-दुर्योग होते हैं... जोकि हानिकारक होते हैं. उन्हीं में से एक योग होता है ' गुरु चांडाल योग'.... जो कि 22 अप्रैल के सुबह गुरु के मेष राशि में राहु के साथ आ जाने पर बन रहा है और ये 30 अक्टूबर 2023 तक रहेगा. उसके बाद राहु पिछली राशि, 'मीन-राशि' में चले जाएंगे. ज्ञात हो कि राहु वक्री चलते हैं, यानी कि पीछे की तरफ चलते हैं. मैंने 11 अप्रैल के अपने पोस्ट में 22 April 2023 से बनने वाले इस 'राहु-गुरु' की युति/Conjunction' और कोरोनावायरस के केसेज़ के बढ़ने के संबंध में भी एक पोस्ट लिखा था....

इस पोस्ट में मैं गुरु राहु की युति से अन्य जो भी प्रभाव पड़ने वाले हैं देश दुनिया पर और सामान्य व्यक्ति के जीवन पर उसके बारे में बताने जा रही हूं....

मेष राशि अग्नि तत्व राशि है और एक इंपल्सिव राशि है.. यहां पर जीव कारक गुरु के आने से लोगों में अग्रेशन बढ़ेगा... लोग सेल्फ सेंटर्ड ज्यादा हो जाएंगे, स्वार्थपरता लोगों में बढ़ जाएगी क्योंकि राहु इन सब चीज का कारक है और गुरु जीव का कारक है,जीव यानी हम लोग...तो हम लोगों के अंदर इन सबो चीज की प्रवृत्ति ज्यादा हो जाएगी. गुरु वेल्थ का भी कारक है तो यह आकस्मिक और व्यर्थ के कार्यों में धन खर्च करवाएगा.

जम्मू कश्मीर के क्षेत्र और केरल में कुछ राजनीतिक समस्या आ सकती है. पाकिस्तान से रिश्तो पर असर पड़ेगा.

मेष मंगल की राशि है और इसी राशि में यह योग बन रहा है, मंगल राजनीति का कारक है और राहु भी राजनीति का कारक है और राहु जेल का भी कारक है.. और इन सब पर शनि की तीसरी दृष्टि पड़ रही है... जो कि शनि की नीच दृष्टि मानी जाती है फल स्वरुप बहुत सारे राजनीतिज्ञ इस समय सजा पाकर जेल जा सकते हैं.. कुछ जगह में सत्ता का परिवर्तन होगा... बड़े लेवल पर अधिकारियों का भी तबादला होगा... आम व्यक्तियों के भी जीवन में अधिक स्थान परिवर्तन का योग बन रहा है कुछ लोगों के जीवन में बिलकुल आकस्मिक स्थान-परिवर्तन होगा.

हिंसक घटनाओं में बहुत बढ़ोतरी होगी... गल्फ कंट्रीओं में हिंसा की वारदात बढ़ेगी.. आगजनी एवं दुर्घटना के योग भी बनेंगे.

यह समय ऐसा है कि लोग इंपल्सिव होकर हड़बड़ी में गलत निर्णय ले लेंगे.. जो कि इस योग का प्रमुख लक्षण है, या कह दीजिए कि प्रभाव है... वैसे यह गोचर कुछ लग्न वालों के लिए अच्छा भी है जैसे मीन लग्न वालों को धन संपदा में लाभ होगा... चुकी मीन लग्न में यह योग द्वितीय भाव यानी धन भाव में यह योग बन रहा है और गुरु वेल्थ का भी कारक होता है... तो धन लाभ भी कराएगा.

राहु और मंगल से संबंधित रोगों के बढ़ने की भी संभावना इस गोचर के दौरान है.

इसका सबसे ज्यादा प्रभाव 10 मई से 12 जून तक रहेगा.

अब अंत में जनसाधारण को मेरा यह सुझाव है कि किसी भी कार्य को सोच समझकर करें जल्दबाजी में कोई निर्णय ना ले.. राहु- गुरु मंगल से संबंधित देवी- देवताओं की उपासना करें. राहु तामसिक भोजन मांस मदिरा का भी कारक होता है इनका प्रयोग कम करें या इनके प्रयोग से बचें. शनिवार मंगलवार को हनुमान जी की उपासना करे नीले रंग स्लेटी रंग के प्रयोग से बचें.

~ ज्योतिषाचार्य डॉक्टर अभिलाषा सिन्हा~

 
 
 

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